इंडो नेपाल सीमा के भातगांव भद्रपुर के बीच विभिन्न स्थानों पर दोनों देशों के श्रद्धालुओं के द्वारा छठ के दिन संध्या अर्ध्य दिया गया

खोरीबाड़ी : लोक आस्था का महापर्व छठ के तीसरे दिन बुधवार को इंडो नेपाल सीमा के भातगांव भद्रपुर के बीच प्रवाहित मेची नदी सहित विभिन्न स्थानों पर दोनों देशों के श्रद्धालुओं के द्वारा संध्या अर्ध्य दिया गया । इस दौरान भारत नेपाल की मैत्री एवं बेटी रोटी का संबंध स्पष्ट रूप से देखने को मिला । इंडो नेपाल सीमा पर प्रवाहित इस मेची नदी पर दोनों देश के छठ व्रती द्वारा वर्षो से भब्य एवं शांति पूर्ण तरीके से लोक आस्था का महान पर्व छठ मनाया जाता है । मद्देनजर दोनो देशो के विभिन्न संगठनों एवं श्रध्दालुओं द्वारा घाट की तैयारी जैसे रास्ता, पंडाल, लाइट, हेल्प डेस्क आदि एक दिन पूर्व ही पूरी कर ली गई थी। दोनो देशो के बीच मैत्री एवं बेटी रोटी के संबंध को देखते हुए स्थायी पुल होने के बावजूद नेपाल प्रशासन द्वारा अस्थायी चचरी पुल का भी निर्माण किया गया ताकि दोनो देश के श्रध्दालु दोनो तरफ आ जा सके । विदित हो कि बिहार, बंगाल और नेपाल के संगम पर प्रवाहित मेची नदी पर काफी संख्या में एवं दूर -दूर से श्रध्दालु यहाँ के छठ देखने एवं मनाने के लिए आते हैं। मद्देनजर यहां भब्य मेला का आयोजन दोनो देशो के लोगो के द्वारा किया जाता है जिसमे विभिन्न तरह की स्टॉल लगाई जाती है साथ ही विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा मुफ्त चाय -कॉफी, पानी, प्राथमिक उपचार आदि की स्टाल लगाई जाती है । वहीं नेपाल की ओर घाट पर छठ मइया की प्रतिमा भी स्थापित की गई थी , जिसके दर्शन हेतु श्रध्दालुओ की भीड़ उमड़ पड़ी थी जहाँ भारी संख्या में श्रध्दालुओ  को श्रध्दा से दान करते देखा गया। भीड़ को देखते हुए दोनो देशो द्वारा सुरक्षा  के भी पुख्ते इंतजाम किए गए थे । शांति संपन्न कराने हेतु भारत व नेपाल के सुरक्षाकर्मी चप्पे चप्पे पर नजर बनाई हुई थी।

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