खोरीबाड़ी, सुनीता । एसएसबी 41वी बटालियन रानीडांगा अंतर्गत पानीटंकी बीओपी के सुरक्षाकर्मियों ने शनिवार को दो अलग-अलग अवधियों में 5 घंटे से भी कम समय में कुल 06 संदिग्ध म्यांमार नागरिकों को हिरासत में लिया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, ये 06 संदिग्ध म्यांमार नागरिक जो 25-30 वर्ष की आयु के हैं, बिना किसी पासपोर्ट और वीजा के वर्ष 2022-23 में भारत के मिजोरम में प्रवेश कर गए थे। चौंकाने वाली बात यह है कि, उन सभी के पास या तो फर्जी तरीके से तैयार किए गए आधार कार्ड हैं (उनमें से अधिकांश दिल्ली में बनाए गए थे) या वोटर आईडी कार्ड हैं और उनमें से एक के पास पैन कार्ड भी है। सभी 06 संदिग्ध म्यांमारी नागरिकों ने धर्मशास्त्र में डिग्री कोर्स के लिए ‘विटर थियोलॉजिकल कॉलेज’, वांकहोसिंग, वोखा, नागालैंड में दाखिला लिया था और 2023 से नागालैंड में थे। वे उसी कॉलेज के अन्य भारतीय और नेपाली छात्रों के साथ छुट्टियों में सिलीगुड़ी आए थे और 03 अलग-अलग समूहों में विभाजित थे। शनिवार को जब 03 संदिग्ध म्यांमारी नागरिकों सहित 09 छात्रों का एक समूह हैप्पी लैंड एडवेंचर पार्क, बिरतामोर जाने के लिए नेपाल पार करने की कोशिश कर रहा था, तो बीओपी पानीटंकी की बीआईटी , 41वीं बटालियन एसएसबी ने उन्हें सफलतापूर्वक पकड़ लिया। फिर से, 5 घंटे से भी कम समय में बीओपी पानीटंकी की बीआईटी फिर से शेष 03 संदिग्ध म्यांमारी नागरिकों को पकड़ने में सक्षम थी, जिन्हें उसी कॉलेज के शेष 02 समूहों में विभाजित किया गया था। आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए पुलिस अधिकारियों को सौंपे जाने से पहले संदिग्धों से संयुक्त पूछताछ की जा रही है। एसएसबी 41वीं बटालियन द्वारा संचालित त्वरित एवं कुशल ऑपरेशन राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा तथा सीमा पर कड़ी सतर्कता बनाए रखने के प्रति उनके समर्पण को दर्शाते हैं।
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