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चुनाव बाद हिंसा पर NHRC की रिपोर्ट- बंगाल में कानून का राज नहीं, शासक का कानून चल रहा है

live aapnews : पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसक घटनाओं को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कड़ी टिप्पणी की है। पैनल ने बंगाल में हिंसा के मामलों की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में कहा कि बंगाल में कानून का राज नहीं चल रहा है बल्कि शासक का कानून चल रहा है। पैनल की ओर से 13 जुलाई को कोलकाता हाई कोर्ट को सौंपी गई 50 पन्नों की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। अपनी रिपोर्ट में मानवाधिकार आयोग के पैनल ने कहा कि चुनाव के बाद हत्या और रेप जैसी जघन्य घटनाएं हुई हैं। इनकी जांच के लिए सीबीआई को जिम्मेदारी देने की सिफारिश भी पैनल ने हाई कोर्ट से की है।

मानवाधिकार आयोग ने कहा है कि चुनाव के बाद राज्य में हिंसा की बड़ी घटनाएं हुई हैं। इन मामलों की सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए और इनका ट्रायल भी बंगाल से बाहर चलाया जाना चाहिए। रिपोर्ट में ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली सरकार की तीखी आलोचना की गई है और आरोप लगाया गया है कि वह चुनाव के बाद हुई हिंसा को रोकने में नाकाम रही है। पैनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जिस तरह से हिंसक घटनाएं पूरे राज्य में हुई थीं, उससे ऐसा लगता है कि राज्य सरकार पीड़ितों को लेकर चिंतित नहीं थी। पैनल ने कहा कि राज्य में जिस तरह से हिंसा हुई है, उससे ऐसा लगता है कि यह संगठित अपराध था।

हिंसा होती रही और मूकदर्शक बने बैठे थे राज्य सरकार के लोग
मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि बंगाल में संगठित अपराध हुआ था। यह ऐसे लोगों के खिलाफ हुए, जिन्होंने दूसरी प्रमुख पार्टी का समर्थन किया था। यहां पैनल का दूसरी प्रमुख पार्टी से अर्थ बीजेपी से था। रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव के बाद जिस दौरान हिंसा हो रही थी, उस वक्त राज्य सरकार के कुछ लोग और संगठन मूकदर्शक बने बैठे रहे।

हाई कोर्ट ने दिया था पैनल को जांच करने का आदेश
बता दें कि उच्च न्यायालय में दायर कई जनहित याचिकाओं में कहा गया है कि बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा में लोगों पर हमले किए गए जिसकी वजह से उन्हें अपने घर छोड़ने पड़े और उनकी संपत्ति को नष्ट कर दिया गया। इन याचिकाओं की सुनवाई करते हुए ही कोलकाता हाई कोर्ट ने एनएचआरसी को जांच के लिए एक पैनल का गठन करने का आदेश दिया था। एनएचआरसी की समिति ने अपनी बेहद तल्ख टिप्पणी में कहा, ‘सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों द्वारा यह हिंसा मुख्य विपक्षी दल के समर्थकों को सबक सिखाने के लिए की गई।’

भड़कीं ममता बनर्जी, कहा- बीजेपी कर रही है आयोग का इस्तेमाल
एक तरफ एनएचआरसी ने अपनी रिपोर्ट में ममता सरकार को हिंसा के लिए जिम्मेदार माना है तो वहीं टीएमसी की मुखिया ने आयोग पर हमला बोला है। ममता बनर्जी ने कहा कि आयोग की ओर से राजनीतिक साजिश के तहत रिपोर्ट को ऑनलाइन लीक किया गया है। ममता बनर्जी ने कहा, ‘बीजेपी की ओर से अब निष्पक्ष संगठनों को भी अपने राजनीतिक हितों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। हमारे राज्य को बदनाम किया जा रहा है। मानवाधिकार आयोग को कोर्ट का सम्मान करना चाहिए। मीडिया को रिपोर्ट लीक करने से पहले उस कोर्ट को सौंपना चाहिए।’
राजेश कुमार जैन
संवाददाता: मालदा।

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