नदियों के किनारे तटबंधों के निर्माण हेतु सिंचाई एवं जलमार्ग मंत्री को विधायक ने भेजा मांग पत्र

live aap news : खोरीबाड़ी। उत्तर बंगाल में हर साल मानसून के मौसम में नदियों का कहर कई परिवारों की आजीविका को नष्ट कर देता है। नदी के किनारों पर इन बांधों के निर्माण से पानी का प्रवाह नियंत्रित होगा, खासकर मानसून के दौरान जब जल स्तर बढ़ जाता है और नदी की तेज़ धारा के कारण दोनों तरफ की बस्तियों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है। हर साल नदी की धाराओं के कारण होने वाले भूस्खलन से कई घर बह जाते हैं।
माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बालासन, रक्ती खोला, पंचनई, खेमची, बटेरिया, चमता, रोहिणी और अन्य नदियों/चैनलों में अभी भी पर्याप्त बांधों और अन्य सुरक्षा बुनियादी ढांचे का अभाव है।
मद्देनजर माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक आनंदमय बर्मन ने सिंचाई एवं जलमार्ग मंत्री को पत्र लिखकर उक्त नदियों के किनारे तटबंधों के निर्माण की मांग की है। बताया की विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न बांधविहीन क्षेत्र जैसे पाथरघटा ग्राम पंचायत के अंतर्गत बनियाखारी, त्रिपालीजोत, महाकाल श्मशान घाट, बालासन नदी पर ग्वालजोत क्षेत्र, पंचनई नदी पर बंद्रीजोत, रक्ती नदी पर फूलबाड़ी झुग्गी, चमता नदी पर पत्थर कॉलोनी, रक्ती नदी के संगम पर जाली बस्ती और रोहिणी (खपरैल), मनीराम ग्राम पंचायत के अंतर्गत ढकना कॉलोनी और बेंगाईजोत, अथारोखाई ग्राम पंचायत के अंतर्गत शीशाबाड़ी और अलसिया बाजार, शालबारी शिवनगर कॉलोनी, चंपासारी ग्राम पंचायत के अंतर्गत नीचा बासा आदि पर बांध की व्यवस्था करने की मांग की है। इस मामले को कई बार विधानसभा में उठाया है, लेकिन संबंधित विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गयी। आशा है कि उपरोक्त नदियों के अबाधित तटों पर बाँध निर्माण के अनुरोध पर विचार किया जायेगा। मैं संबंधित मंत्रालयों/विभागों से यह भी अनुरोध करता हूं कि वे अन्य नदियों के किनारे रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए विभिन्न क्षेत्रों में बांधों की आवश्यकता का व्यापक सर्वेक्षण करें और इस संबंध में त्वरित कार्रवाई करें।

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