खोरीबाड़ी। बागडोगरा फॉरेस्ट रेंज अंतर्गत मुनि चाय बागान के सेक्शन 24 में दो लावारिस तेंदुए का शावक देखा गया। इसकी खबर बागडोगरा वन विभाग मिलने के बाद वन कर्मी मौके पर पहुंच स्थल का निरीक्षण किया । इस दौरान उक्त स्थान में तेंदुए के दो शावकों को देखा गया। उक्त आशय की जानकारी देते हुए कर्सियांग डिवीजन के डीएफओ हरिकृष्णण पीजे ने बताया बागान में काम करने के दौरान श्रमिकों ने एक जगह दो शावकों को देखा। जिसके बाद इसकी जानकारी वन विभाग को दी गई। खबर मिलते ही वनकर्मी मौके पर पहुंचे, जहां दो शावकों को देखा गया। उन्होंने बताया वनकर्मियों को पता था कि मां शावकों के पास लौट कर आएगी। इसलिए शावकों को वहीं रखा गया था। इसके बाद ताइपो हाथी दस्ते और बागडोगरा रेंज के कर्मचारियों ने इलाके की घेराबंदी की और कैमरा ट्रैप लगाए। साथ ही श्रमिकों से कहा गया था कि वे शावकों के पास न जाएं। शुक्रवार रात को करीब आठ बजे मां तेंदुआ अपने बच्चों के पास वापस लौटी और दोनों शावकों को मुंह में लेकर चली गई। तेंदुए का अपने बच्चों के प्रति स्नेह, प्यार और लगाव की भावना पूरा ट्रैप कैमरे में कैद हो गया है। दरअसल एक तेंदुए ने बच्चों को जन्म दिया था और उन्हें छोड़ कर चली गई थी। लेकिन मां तो मां होती है। वह भला कैसे अपने बच्चों को छोड़ कर रह सकती है ? इस लिये तेंदुए ने जहां अपने बच्चों को जन्म दिया था। वहां अपने बच्चों की तलाश में फिर से आई है और वह अपने बच्चों को साथ लेकर लौट गई। जानवरों में भी ममता, प्यार और लगाव की भावना होती है जो उसे हमारी ही तरह बनाती है।
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