भालूगाड़ा में 71वां ऐतिहासिक तीन दिवसीय लक्खी मेला का विधिवत उद्घाटन

खोरीबाड़ी। खोरीबाड़ी प्रखंड अंतर्गत भालूगाड़ा में 71वां ऐतिहासिक तीन दिवसीय लक्खी मेला का शनिवार को विधिवत उद्घाटन किया गया। मेला का उद्घाटन मुख्य अतिथि खोरीबाड़ी पानीसाली ग्राम पंचायत प्रधान परिमल सिन्हा द्वारा किया गया। इससे पूर्व पूर्णिमा को विधिवत लक्खी पूजा अर्चना किया गया। भालूगाड़ा लक्खी मेला आयोजन कमिटी के अध्यक्ष हिमाद्री सिन्हा ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए बताया लक्खी मेला का आयोजन आजादी के बाद से ही शुरू किया गया है। लक्खी पूजा आयोजन को लेकर स्वर्गीय माणिक लाल सिन्हा को सपना आया था। सपना आने के पश्चात लक्खी पूजा व मेला की शुरुआत स्वर्गीय माणिक लाल सिन्हा द्वारा 71 वर्ष पूर्व किया गया था। इसके बाद पीढ़ी दर पीढ़ी द्वारा प्रत्येक वर्ष मेला का आयोजन किया जाता है।

बताया की आजादी के बाद से ही इस इलाके में फसल का उत्पादन नहीं हो रहा था, ऐसा लगता था कि इलाके को किसी देवी – देवता का अभिश्राप लग गया हो। माणिक लाल सिन्हा ने सपना आने के पश्चात लक्ष्मी पूजा और मेला की शुरआत की, जिसके बाद इस क्षेत्र में फसल उत्पादन अच्छी होने लगी और किसानों के चेहरे खिलखिला उठे। तभी से लक्ष्मी पूजा और मेला का परम्परा आज तक जारी है। लक्खी पूजा व मेला के स्थापित कर्ता के पोता हिमाद्री सिन्हा के नेतृत्व में पिछले कुछ वर्षों से पूजा व मेला का आयोजन किया जा रहा है। इससे पूर्व हिमाद्री सिन्हा के पिताजी के नेतृत्व में आयोजन होता था।

इस वर्ष मेला का मुख्य आकर्षण कोलकाता से आए जात्रा टीम द्वारा प्रस्तुत जात्रा गान होगा। तीन दिवसीय मेला में जात्रा गान की प्रस्तुति मेला के अंतिम दिन की जाएगी। साथ ही मेला में मनोरंजन के लिए मिनी बाजार सहित अन्य दुकानें लगी है। उक्त मेला में सिलीगुड़ी महकमा क्षेत्र के अलावे सीमावर्ती राज्य बिहार तथा पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं। वहीं मेला में पहुंचे कई लोगों ने बताया की भालूगाड़ा का लक्खी पूजा मेला काफी चर्चित है। यहां दूर दूर से काफी संख्या में लोग पहुंच पूजा अर्चना करते हैं साथ ही मेला का आनंद उठाते हैं।

ऐसी और खबरें पाने के लिए सब्सक्राइब करें