Share on whatsapp
Share on twitter
Share on facebook
Share on email
Share on telegram
Share on linkedin

मणिपुर में शहीद हुए श्यामल दास की आंखों में आंसू लेकर स्थानीय लोगों ने उन्हें विदाई दी.

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter
Share on email
Share on telegram
Share on linkedin

live aap news: शहीद श्यामल दास के जमे हुए शव को सोमवार दोपहर को पानागढ़ आर्मी बेस से मुर्शिदाबाद के खाराग्राम के कीर्तिपुर गांव लाया गया. श्यामल दास को एक बार देखने के लिए स्थानीय लोग सुबह से ही उनके घर पर जमा हो गए थे।
शव के घर पहुंचते ही श्यामल की पत्नी सुपर्णा और परिवार के सदस्यों की आंखों से आंसू छलक पड़े। श्यामल का शव ताबूत खोलकर परिजनों को दिखाया गया। इसी बीच पिता का शव देख वह बेटी के साथ बेहोश हो गया। पता चला है कि श्यामल ने हाल ही में परिवार की एकमात्र आय पर गांव में पक्का मकान बनवाया था। उनके ताबूत को उस घर में लाया गया था।
पत्नी सुपर्णा अपने मृत पति के ताबूत पर गिरी। सुपर्णा ने कहा कि वह पिछली बार की तरह अपने पति का चेहरा ठीक से नहीं देख पाईं।
15 मिनट तक पार्थिव शरीर को घर में रखने के बाद सोंग सैल्यूट प्वाइंट ले जाया गया। प्रशासन के अधिकारियों से लेकर क्षेत्र के राजनीतिक नेता थे। सेना के जवान थे। परिजनों समेत परिवार के सभी लोगों की एक मांग है कि प्रशासन शाहिद श्यामल के परिवार के लिए कुछ करे.

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter
Share on email
Share on telegram
Share on linkedin
advertisement