शंकर चक्रवर्ती ,(Live aap news) : सप्ताह के पहले दिन सोमवार को देवादि देव महादेव से जोड़ा जाता है। वर्ष का कोई भी सोमवार शिव शंकर को अत्यंत प्रिय है। अन्य दिनों की तुलना में पूजा करने के लिए सोमवार सबसे पसंदीदा दिन है। अपने जीवन में किसी भी संकट से छुटकारा पाने के लिए हर सोमवार को नियमित और श्रद्धापूर्वक पूर्ण बेलपत्रों से शिव की पूजा करें। कहने की जरूरत नहीं है कि सोमवार का दिन भक्तों के लिए बहुत महत्व रखता है। इसलिए वे वर्ष के सोमवार को विशेष रूप से शिव पूजा मनाते हैं। ऐसा माना जाता है कि सोमवार को शिव की पूजा करने से सभी दुख और कष्ट दूर हो जाते हैं। देशभर में श्रावण मास के सोमवार को स्त्री-पुरुष दोनों शिव की पूजा करते हैं।
भक्त आमतौर पर सोमवार को व्रत रखकर पूजा करते हैं। लेकिन कुछ लोग भगवान शिव की पूजा के इस विशेष दिन पर पानी और फल भी खाते हैं, जिसमें दूध, घी, दही, शहद और गंगा जल मिलाकर पूजा की जाती है।
भगवान शिव की पूजा हमेशा उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठकर करने का नियम है। शिव लिंग (भगवान शिव) को तांबे या पत्थर के बर्तन में रखा जाता है। सबसे पहले स्नान करें और गुरु द्वारा निर्देशित उपासनादि करें और आसन पर बैठें और शिव और दुर्गा को प्रणाम करें। फिर श्रीगुरु और इष्टदेवता का स्मरण करें और यथाशक्ति इष्टमंत्र का जाप करें।
ॐ नमः शिवाय॥ ॐ नमो भगवते रूद्राय । धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥ उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्