सशस्त्र सीमा बल 19वीं वाहिनी ठाकुरगंज के जवानों ने बापू के साथ साथ सभी शहीदों को किया याद

खोरीबाड़ी। शहीद दिवस के मौके पर सशस्त्र सीमा बल 19वीं वाहिनी ठाकुरगंज के जवानों ने बापू के साथ साथ सभी शहीदों को किया याद । इस कार्यक्रम की शुरुआत वाहिनी के कार्यवाहक कमांडेंट रविकांत द्विवेदी के द्वारा किया गया। इस दिन को याद करते हुए उन्होंने जवानों को बताया कि शहीद दिवस, जो कि सर्वोदय दिवस के रूप में भी जाना जाता है, देश भर में 30 जनवरी को मनाया जाता है। यह उनको समर्पित है, जिन्होंने भारत को स्वतंत्र राष्ट्र बनाने के लिए अपनी जिंदगी का त्याग किया। इन दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी। 1948 में, यह दिन देश का सबसे दुखद दिन था क्योंकि बापू के रूप में जाने जाने वाले गांधीजी की नाथूराम गोडसे ने हत्या कर दी थी। बिरला हाउस में गांधी शाम के समय प्रार्थना कर रहे थे। यह सब जानते हैं कि महात्मा गांधी ने ब्रिटिश शासन से भारत को मुक्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए शांतिपूर्ण और अहिंसा का इस्तेमाल किया। गांधीजी भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे। भारत को 1947 में स्वतंत्रता मिली जिसके बाद गांधीजी ने देश में भाईचारे और शांति को बढ़ावा दिया। 30 जनवरी को महात्मा गांधी की मृत्यु के बाद भारत सरकार ने घोषणा की कि वह दिन शहीद दिवस के रूप में जाना जाएगा। इस दिन, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री एक साथ राजघाट स्मारक पर महात्मा गांधी की समाधि पर इकट्ठा होते हैं। वहां पर भारतीय शहीदों और महात्मा गांधी को सम्मान और श्रद्धांजलि दी जाती है। लोग भारतीय शहीदों की स्मृति में दो मिनट का मौन धारण करते हैं। इस दौरान कार्यवाहक कमांडेंट के साथ साथ डॉक्टर सुमित कुमार चौरसिया , सहायक कमांडेंट के अलावा वाहिनी के 60 जवानों ने 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित किए।

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