सिलीगुड़ी रेलखंड के दोहरीकरण की मांग को लगातार अनसुना कर दिए जाने के कारण लगातार देरी से चल रही है ट्रेने

खोरीबाड़ी। काफी अरसे से की जा रही अलुआबाड़ी रोड – सिलीगुड़ी रेलखंड के दोहरीकरण की मांग को लगातार अनसुना कर दिए जाने के कारण इस रेल खंड पर चलने वाली ट्रेने लगातार देरी से चल रही है, दोहरी लाइन की समस्या तो है ही क्रोसिंग लाइन की कमी भी इस रेल खंड के यात्रियों की परेशानी का एक बड़ा कारण है । ज्ञात हो की लगभग 76 किमी लम्बे इस रेल खंड पर 3 जोड़ी लम्बी दुरी की 2 जोड़ी इंटर सिटी और 3 जोड़ी ड़ेम्यु ट्रेन संचालित होती है । उल्लेखनीय है की इस रेल खंड पर अलुआबाड़ी, पोठिया, तैयबपुर, ठाकुरगंज, पिपरिथान, गलगलिया, अधिकारी, बतासी, नक्सलबाड़ी और बागडोगरा के अलावे सिलीगुड़ी स्टेशन अवस्थित है । इसमें ठाकुरगंज, अधिकारी, नक्सलबाड़ी और बागडोगरा ही क्रोसिंग स्टेशन है बाकी पोठिया, तैयबपुर, पिपरिथान, गलगलिया, बतासी स्टेशन पर सिंगल लाइन है । जिस कारण इन पांच स्टेशन पर गाडियों को क्रोसिंग नहीं करवाया जा सकता । वही पिछले कई दिनों से ये देखा जा रहा है की इस रेल खंड पर चल रही एक भी ट्रेन यदि थोड़ी सी भी लेट होती है तो बाकी ट्रेनों के परिचालन पर सीधा असर पड़ रहा है । सुबह के समय इस रेलखंड होकर गुजरने वाली सियालदाह – अलीपुरद्वार कंचनकन्या एक्सप्रेस यदि आधा घंटा भी लेट सिलीगुड़ी पहुँचती है तो वहा से सुबह 8 बजे खुलने वाली सिलीगुड़ी – बालुरघाट एक्सप्रेस लेट हो जाती है । आमतौर पर कंचनकन्या एक्सप्रेस आधा घंटा से ज्यादा ही लेट रहती है जिस कारण सिलीगुड़ी बालुरघाट एक्सप्रेस तो लेट होती ही है इसके कारण कटिहार सिलीगुड़ी इंटर सिटी एक्सप्रेस को भी लेट किया जाता है । उल्लेखनीय है की अलुआबाड़ी रोड – सिलीगुड़ी रेलखंड की दूरी लगभग 77 किलोमीटर है। पिछले कुछ वर्षो में इन रूटों पर ट्रेनों के साथ यात्रियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। लेकिन सिंगल रेलवे लाइन होने से ट्रेनें लेट रही हैं। दोहरीकरण होने से ट्रेनें समय सारिणी के मुताबिक चल सकेंगी। यात्रियों को ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों में बेमियादी समय तक बैठकर ट्रेनों का इंतजार करने की झंझट से निजात मिलेगी। दोहरी लाइन पड़ने के बाद अनुमानित ट्रेनों के आवागमन में लगभग एक घंटे समय की बचत होगी। उपर्युक्त आशय की जानकारी देते हुए रेल यात्री समिति ठाकुरगंज के अध्यक्ष बच्छराज नखत ने बताया कि अलुआबाड़ी रोड – सिलीगुड़ी रेलखंड के रेल लाइन के दोहरीकरण नहीं होने के कारण अक्सर यात्री गाडिय़ां कई घंटे देरी से संचालित होती है। इसके अलावा माल परिवहन में भी बाधा उत्पन्न हो रही है। यात्री परिवहन की दृष्टि से भी अलुआबाड़ी रोड – सिलीगुड़ी रेलखंड महत्वपूर्ण रेल लाइन है, और तो और यह रूट देश के बाकी हिस्से को सीधे दार्जिलिंग जिले से जोड़ता है ।जिस पर कई पर्यटकों ट्रेनों के सञ्चालन की उम्मीद है ।ऐसी स्थिति में मंत्रालय को चाहिए कि इस रेल लाइन को शीघ्र दोहरी रेललाइन में परिवर्तित किया जाए।

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