Live aap news : महिला अपने बेटे के एटीएम कार्ड से पैसे निकालने गई थी। एक सुंदर युवक ने उसका एटीएम कार्ड पकड़ लिया। महिला को समझ नहीं आया।
64 वर्षीय संघमित्रा घोष शनिवार दोपहर करीब 2.45 बजे पैसे निकालने के लिए एक सरकारी बैंक की गोल्फग्रीन शाखा के पास एक एटीएम में घुसे। अपने बेटे बोधिसत्व का आईसीआईसीआई बैंक का एटीएम कार्ड लें। एक लाख खाते में थे।
धन इकट्ठा करते समय संघमित्रा देवी ने एक सुन्दर युवक को अपने सामने लाइन में खड़ा देखा। संघमित्रा को देखकर वह लाइन से निकल गया और उसे एटीएम में घुसने को कहा। इसी तरह संघमित्रा एटीएम में घुस गई। उसने कार्ड से 10 हजार रुपये कमाए।
इसी बीच युवक एटीएम काउंटर में घुस चुका था। उन्होंने संघमित्रा से कहा, “चाची, आपने दो बार 10,000 रुपये जुटाए हैं।” निनी ने मिनी स्टेटमेंट को नहीं देखा। भ्रमित संघमित्रा देवी बस यही करती है। उस मिनी स्टेटमेंट पर एक अच्छी नज़र डालें। कार्ड मशीन में रहता है। युवक ने ‘वह कार्ड’ निकाला और संघमित्रा को सौंप दिया।
पैसे लेकर घर लौटने के बाद, संघमित्रा को उनके बेटे बोधिसत्व का फोन आया। उसने अपनी माँ से कहा, क्या बात है? दस हजार जमा करने हैं। आपने अचानक 1 लाख रुपये ले लिए? माँ हैरान है। दरअसल तब तक 90 हजार रुपये गायब हो चुके थे। तो कार्ड क्लोन क्या है? लड़के ने अपनी माँ से पूछा। हैरान मां को पता चला कि यह एटीएम कार्ड उनके बेटे का नहीं है। उसी बैंक का एक ही रंग का एक और एटीएम कार्ड। पुलिस ने बाद में कहा कि रूपम दास, जिसका कार्ड कुछ महीने पहले इसी तरह की एटीएम धोखाधड़ी का शिकार हुआ था।