संवाद सूत्र, पथरगामा : प्रखंड की महेशलिट्टी पंचायत अंतर्गत शहीद ग्राम तरडीहा में आदिवासियों की कराम पूजा गुरुवार को धूमधाम से संपन्न हुई। आदिवासी भाई बहनों ने पारंपरिक रूप से गीत नृत्य के साथ पूजा संपन्न की। कराम पूजा कर्म एकादशी की तरह आदिवासी समाज की ओर से यहां हर वर्ष धूमधाम से मनाई जाती है। कर्म एकादशी पूजा में कर्म वृक्ष एवं सखुआ वृक्ष का डाल काटकर जमीन में डाल को गाड़ कर पूजा अर्चना की जाती है। पूजा-अर्चना की शुरुआत आदिवासी समाज के कुल गुरु की ओर से की जाती है।
आदिवासी समाज की महिलाओं ने कांसे की थाली में नया धान एवं अक्षत आदि रखकर करम वृक्ष की डाल को चुमाया एवं पारंपरिक तरीके से करम डाल को आदिवासी भाषा में कर्मकथा गुरु ने सुनाई। कर्म गुरु द्वारा कांसे का लोटा, थाली में नया चावल से गांव के नायकी मांझी, जोंगमांझी, परगणेक, मांझी हडाम, गोड़ाइत आदि सभी आदिवासी गुरुओं की ओर से इस दौरान प्रवचन दिया जाता है। बाद में गुरुओं को दान की सामग्री दी जाती है। सभी ग्रामीण महिला पुरुष एवं परिवार के सभी सदस्य मिलकर एकजुटता होकर मांझी स्थान में कुल गुरु को दक्षिणा एवं वस्त्र अनाज दान देकर विदा किए। मौके पर ग्राम प्रधान मुनीलाल हांसदा, इंद्रजीत हांसदा, वीरेंद्र हांसदा, देवराज हांसदा, सोनी राम मुर्मू, बिहारी हांसदा, चरण हांसदा, नरेश हांसदा समेत आदिवासी समाज के लोग मौजूद थे।