Share on whatsapp
Share on twitter
Share on facebook
Share on email
Share on telegram
Share on linkedin

मक्का किसानों की तेजी से सवर रही जिंदगी: अनिल किशोरपुरिया

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter
Share on email
Share on telegram
Share on linkedin

news bazar24:  बिहार में मक्के का हब बना ठाकुरगंज व बहादुरगंज
किसानों के विकास के लिए रीगल ने खोले दरवाजे
रीगल ने आयोजित की किसान मैत्री महासम्मेलन
बिहार का इकलौता स्टार्च कंपनी किशनगंज में है स्थापित

खोरीबाड़ी। मुझे गर्व है कि मैं बिहारी हूं बिहार की प्रगति व उत्थान के लिए स्टार्च फैक्ट्री की स्थापना सुबे के किशनगंज में की गई है। यह बिहार का इकलौता स्टार्च फैक्ट्री है। सरकार को करोड़ों टैक्स के साथ किशनगंज जिले के सैकड़ों परिवारों को रोजगार से जोड़ा गया है। ठाकुरगंज और बहादुरगंज आज मक्के का हब बन गया है। यह बातें रीगल रिसोर्सेज लिमिटेड कंपनी के प्रबंध निदेशक अनिल किशोरपुरिया ने सीमांचल के किसान मैत्री महासम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।
इसके पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कंपनी के प्रबंध निदेशक अनिल किशोरपुरिया ठाकुरगंज के पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष देवकी अग्रवाल, कंपनी के सहायक निदेशक रोहन किशोर पुरिया, जनरल मैनेजर राजेंद्र आचार्य, विवेक लील्हा और सुरेश मोर ने दीप प्रज्वलित कर किसान महासम्मेलन का विधिवत उद्घाटन किया। मंच संचालन श्याम बाबू साव और राजेश कुमार कर रहे थे। किसानों के सम्मान में नीरज कुमार झा ने स्वागत गान की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के शानदार आगाज पर किसानों ने तालियां बजाकर समारोह में चार चांद लगा दिया।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए प्रबंध निदेशक श्री किशोरपुरिया ने कहा कि किसानों के सहयोग से 5 साल में फैक्ट्री 385 टन मक्के की खपत के बाद अब 700 टन खपत की ओर बढ़ रहा है। पहले मक्का देश के अन्य राज्यों से आयात करनी पड़ती थी लेकिन मुझे खुशी है कि आज किशनगंज के मक्के से ही फैक्ट्री संचालित हो रही है। अब यहां के किसान मक्के के पैदावार के लिए तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, यहां के मक्के की क्वालिटी देश के अन्य राज्यों से बेहतर है। जिले का ठाकुरगंज और बहादुरगंज प्रखंड मक्के का हब बन गया है। यहां का व्यापार तेजी से बढ़ रहा है।आज सरकार को पौने तीन करोड़ रुपए टेक्स के साथ यहां के सैकड़ों लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है।आपके सहयोग से किशनगंज जिला तेजी से आगे बढ़ रहा है।आप लोगों को खुशी होगी कि यहां पर तैयार हो रहे उत्पाद इंडिया बेस्ट क्वालिटी का है, आगे उन्होंने कहा कि मैं भागलपुर का रहने वाला हूं। बिहारी होने पर मुझे गर्व है। मुझे फैक्ट्री लगाने के लिए बंगाल में भी जमीन मिल रही थी लेकिन मैं बिहार में फैक्ट्री लगाना चाहता था। वर्ष 2016 में जमीन खरीदने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया गया और 19 सितंबर, 2018 का शुभारंभ किया गया। समारोह को पूर्व चेयरमैन देवकी अग्रवाल ने भी संबोधित किया। इस मौके पर कंपनी के अधिकारी आदित्य झुनझुनवाला, अभिषेक अग्रवाल, कार्तिक चंद्र साव, दीपक झा, हरीश सिंह, संतोष झा, अमित अग्रवाल और सोनी मोर, एमभीभीएस बोसू बाबु, हेलाल अहमद आदि उपस्थित थे।

#सामाजिक सरोकार कार्यक्रम#
कंपनी की ओर से समय-समय पर सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यक्रमों को भी किया जाता रहा है। कुछ माह पूर्व गलगलिया स्थित प्लस टू हाई स्कूल में लाखों खर्च कर उसे मॉडल बनाया गया है। खेल को बढ़ावा देने के लिए चुरली में आयोजित बाबा तिलकामांझी फुटबॉल टूर्नामेंट के आयोजन में बड़ा सहयोग किया गया था।अब महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कोलकाता फाउंडेशन के जरिए ट्रेनिंग सेंटर खोला जा रहा है। यहां के सैकड़ों महिला एवं युवतियों को आने वाले समय में आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।

#किसानों के लिए पुरस्कार योजना#
सम्मेलन में कंपनी के अधिकारी विवेक लील्हा ने किसानों के लिए कई पुरस्कार योजनाओं की घोषणा की। सबसे पहले रीगल किसान मित्र पासबुक का शुभारंभ किया गया। कहा बेहतर उत्पादन करने वाले किसान को ट्रैक्टर और 10 किसानों को बाइक, फ्रिज, कूलर, एयर कंडीशन और अन्य को सांत्वना पुरस्कार देने की घोषणा की गई। इसके साथ ही समारोह में किसानों की समस्याओं से रुबरु होने के लिए संवाद कार्यक्रम भी किया गया।

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter
Share on email
Share on telegram
Share on linkedin
advertisement