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राज्य सरकार के धान खरीद केंद्रों में भ्रष्टाचार, किसानों ने किया विरोध

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live aap news:  मालदां हरिश्चंद्रपुर नंबर 2 प्रखंड क्षेत्र में धान की खरीददारी शुरू हो गई है लेकिन सरकारी कर्मचारियों और सुरेखा राइस मिल की मिलीभगत से क्षेत्र के किसानों को धान बेचने से वंचित किया जा रहा है। किसानों को पर्ची वितरण से लेकर सरकारी धान खरीद केंद्रों पर मनमानी किए जाने से किसानों पर गलत प्रभाव देखने को मिल रहा है।
किसानों ने आरोप लगाया है कि धान खरीद केंद्र के कुछ सरकारी अधिकारियों ने बड़े व्यवसायियों से हाथ मिलाया है। मिलीभगत से क्षेत्र के किसानों को धान बेचने से वंचित किया जा रहा है।
राज्य सरकार विभिन्न हिस्सों में किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद कर रही है। लेकिन क्षेत्र के खंता प्राथमिक विद्यालय स्थित सरकारी धान खरीद केंद्र पर पिछले कुछ दिनों से किसानों को पर्चियां बांटी जा रही हैं। क्षेत्र के किसानों की शिकायत है कि ज्यादातर मामलों में उन्हें पर्चियां दी जाती रही हैं।ऐसा होते देख किसानों ने इलाके में विरोध प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी ओर क्षेत्र की सत्ताधारी पार्टी की ग्राम पंचायत के सदस्यों ने इसका विरोध तक कर दिया। उनकी शिकायत यह है कि क्षेत्र के किसानों से कम दामों पर धान खरीदा जा रहा हैं। बताया जा रहा है कि 200 से 300 रुपये लेकर धान क्रय केंद्र की पर्चियां अपने नाम कर रहे हैं। साथ ही क्रय केंद्र के अधिकारियों के सहयोग से क्षेत्र के किसानों को वंचित किया जा रहा है और उनके नाम पर पर्ची जारी की जा रही है।
हालांकि, प्रशासन के अधिकारियों ने दावा किया है कि आरोप पूरी तरह से निराधार है। उन्होंने कहा कि कैंप अभी शुरू हुआ है। प्रतिदिन 40 किसानों के नाम पर्चियां जारी की जा रही हैं। हालांकि हरिश्चंद्रपुर 2 प्रखंड बीडीओ विजय गिरि ने सभी पहलुओं पर गौर करने का वादा किया है।
राजेश कुमार जैन
संवाददाता: मालदा।

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