Malda news : सरकारी धान उपार्जन केंद्रों में बिक रहा बिहार का धान

Live aap news : मालदा हरिश्चंद्रपुर थाना क्षेत्र में तुलसीहट्टा स्थित सरकारी धान क्रय केंद्र पर बिहार के किसान धान बेच रहें है।बंचित बंगाल के सीमांत किसानों के विरोध करने पर एक किसान का माथा फुटा। मौके पर पहुंच पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया।
पता चला है कि किसानो को आज सुबह से तुलसीहट्टा धान क्रय केंद्र पर धान बेचने के लिए लाइन में खड़ा होना था। दूसरी ओर बिहार के किसानों ने धान विक्री के लिए मजदूरों को एक दिन पहले ही लाइन में खड़ा कर दिया है। यूं कहें कि बंगाल के किसानों को अपना धान बेचने से वंचित किया जा रहा है। विरोध करने पर किसान आपस में बहस करने लगे। और बात हाथापाई तक आ गई और रेडियल गांव के किसान मोहम्मद शाहजहां के सिर पर प्रहार किया गया जिसमें सिर फट गया।
किसानों की शिकायत है कि तुलसीहट्टा सरकारी धान उपार्जन केंद्र बिहार के किसानों के कब्जे में है। कृषि अधिकारी की मिलीभगत से लाखों का न्यारा वारा किया जा रहा है और असली किसानों को धान बेचने से वंचित किया जा रहा है। पैसे के बदले एक व्यक्ति दिन में पांच से छह कार्ड में धान बेच रहा है तो दूसरी ओर स्थानीय किसान एक भी कार्ड में धान नहीं बेच पा रहे हैं।
सरकारी अधिकारी से सांठगांठ कर दलाल,पैकार गांव का चक्कर लगाया और हजारों रुपये का किसानों का काला कार्ड, वोटर कार्ड और बैंक पासबुक ले किसानों के नाम का कार्ड बना लिया। कार्डधारक किसानों के नाम पर अवयस्क को लाइन में खड़ा कर दिया और धान बिक्री की तारीख ले लिया।उसके बाद बिहार से सस्ते दाम पर धान खरीद 1970 रुपये प्रति क्विंटल के सरकारी मूल्य पर धान बेच रहे हैं।
विधायक ताजमुल हुसैन ने कहा कि कृषि अधिकारी के साथ बैठक कर समस्या को सुलझा लिया गया है।अब धान की खरीदी ग्राम पंचायत के अनुसार प्रत्येक दिन होगी।
कृषि अधिकारी दीपांकर सिकदर इस मामले पर पुछने पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार किया।

संवाददाता: मालदा।

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