live aap news: मालदा हरिश्चंद्रपुर कुशीदा ग्राम पंचायत इलाके लड़का लंबे समय से कैंसर से पीड़ित है। सरकार के हेल्थ पार्टनर कार्ड से इलाज चल रहा है लेकिन अतिरिक्त दवा का खर्चा कहां से आएगा? कुशीदा इलाका के प्रवासी मजदूर मामून के पास हेल्थ पार्टनर कार्ड होने के बावजूद वह अतिरिक्त दवाओं का खर्च उठाने के लिए क्षेत्रवासियों के घर-घर जा रहे हैं। हालांकि, क्षेत्र के उप प्रमुख नूर आजम ऐसे समय में मदद करने को आगे आए। फिर भी पूरा पैसा नहीं जुट रहा है।लगभग 4 लाख रुपये से ज्यादा लगेंगे। इतना पैसा कहां से आएगा? बेटे को मौत की ओर बढ़ते हुए देखकर असहाय प्रवासी मजदूर मामून को चिंता खाए जा रही है रात की नींद उड़ गई है।नूर आजम ने क्षेत्र के लोगों से मामून को सहयोग करने का आग्रह किया है ताकि बेटे को मौत से बचाया जा सके।
मामून के दो बेटे और दो बेटियां हैं।अपने परिवार का पालन-पोषण के लिए पांच साल से अजमेर में परिवार के साथ रह रहा है। लॉकडाउन भी था।कुशीदा में टूटा फुटा मिट्टी का घर है।आवेदन करने के बाद भी आवास योजना में मकान नहीं मिला। हाल ही में बड़ा बेटा नसीरुद्दीन अजमेर में बीमार पड़ गया। वहां इलाज के बाद पता चला कि वह कैंसर से पीड़ित है। कुशीदा क्षेत्र के उपप्रमुख नूर आजम के प्रयास से ही स्वास्थ्य साथी कार्ड प्राप्त हुआ और उसी से इलाज शुरू हुआ। लॉकडाउन में मामून की नौकरी चली गई। पिछले दो साल में जो पैसा जमा हुआ था वह बेरोजगार रहते हुए परिवार चलाने में खत्म हो गया है। अब और कोई रास्ता नहीं है।अब मामून का परिवार प्रशासन की मदद का इंतजार कर रहा है।
ऐसी और खबरें पाने के लिए सब्सक्राइब करें